1. Lapping Length
Is -456 के अनुशार
Flexural tension मे Lap length = 30d या Development length में जिसकी value ज्यादा होती हैं ।
Compression में Lap Length = 24d से कम नहीं होनी चाहिए।
यहाँ d का मतलब Diameter of steel से हैं। उपयुक्त value is-456
वह value हैं जो की कम से कम लेना ही लेना हैं ।
● But Practical हमलोग यह मान के चले की lap Length 50d लेना है
● Lap जहाँ से शुरू होता है joggle देते हैं, ताकि load का transfer नीचे वाली Steel Rod पर perfectly हो सके ।
● वैसे तो lap joint को binding wire से 4" की दूरी पर बांधते है लेकिन Steel Rod यदि 32 mm या उससे अधिक हो तो हम उसे welding करते है।
● Practically site पर यह संभव नहीं है की हम 12 meter के full length का Steel Rod Column में use करें यह 7, 6, 5.5 ... meter के Length में अपनी convenient के अनुसार होता हैं
● Lap दो लगातार steel rod में lap एक ही जगह पर नहीं होनी चाहिए, इसे हम staggered form मे डालते है , इसका मतलब दो consecutive steel rod का एक ही point पर lap नहीं होना चाहिए।
● यदि lap मे एक steel rod 16 mm का हो और दूसरा वाला 20mm का हो तो lap का calculation 16mm के अनुसार करते है।
2. Development length-
● यहाँ column के अंदर जो length steel का है वह development length हैं 250 mm horizontally 750 mm vertically
●यह column और beam के joint को मजबूती देता है जिससे load के कारण Beam मे हुये stress का Transfer column मे होता है।
For 20mm steel rod
50 X 20 = 1000 mm
For 16mm steel rod
50 X 16 = 800 mm
3. Crank Bar-
●Steel Rod जिसे picture मे blue color के line से दिखलाया गया है जो की एक particular point पर नीचे से ऊपर की तरफ bend किया गया हैं और फिर Horizontal हुआ हैं ।
● यहाँ पर end side पर जहाँ steel rod horizontal direction मे हैं वहाँ -ve bending moment और middle portion में +ve bending moment.
●यहाँ crank steel दोनों side में नीचे से upper की तरफ जा रहा हैं
●crank bar हम वहाँ provide करते हैं जहाँ bending moment 0
होता हैं
4.Lapping zone
(i) Lapping zone in column
Ground floor में lapping zone को consider नहीं करते, लेकिन जब first floor पर आते है तो उसके column को cast करते समय कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखते हैं।
● ऊपर दिये गये Picture में मैंने column को तीन भागो में बाटा है, 1 slab से सटा हैं, 2 middle में हैं
और ,3 नीचे वाला भाग हैं
मेरा दूसरा वाला भाग ground floor से 1 m ऊपर होगा जो की lapping zone होता हैं यहाँ lap provide किया जाता हैं जो safe होता हैं ,यदि मेरी lapping floor के पास होता हैं तो Slab column के बीच proper Strength नहीं मिलेगा और column crack करेगा।
(ii) Lapping zone in Slab
जब load slab पर आता हैं तो उसके ऊपर वाले
surface पर compression और इसके नीचे वाले surface पर tension होगा।
यहाँ tension zone में lap column के पास होगा और compression zone पर lap middle मे होगा, मतलब यह की slab के ऊपर वाला steel rod में lap दो column के बीच में होगा और नीचे वाला steel rod में lap column के पास होगा।
5) joggle- यह lap वाले steel rod में दिया जाता है। जिससे की
एक steel से दूसरे steel में load transfer easily हो सके ।
6)Chair bar - RCC Block (Pile Cap ,Slab, Raft ... etc. दो layer में steel Rod होता हैं एक top में और दूसरा bottom में
यदि उन दोनों के से बने हुये Reinforcement के Structure को maintain करने के लिए हमें Chair bar की आवश्कता होती है
7)Pin Rod -Steel Rod को एक layer को दूसरे layer से अलग करने वाला steel spacer या pin bar कहलाता हैं ।
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